विश्व की समाचार कथा

मीडिया के समक्ष ब्रिटिश उच्चायुक्त का प्रारम्भिक बयान

जेम्स बेवन ने 22 अक्टूबर 2012 को अहमदाबाद में गुजरात के मुख्य मंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ बैठक के बाद प्रेस को एक बयान दिया।

यह 2010 to 2015 Conservative and Liberal Democrat coalition government के तहत प्रकाशित किया गया था
James Bevan

इस महीने के प्रारंभ में ब्रिटेन सरकार ने घोषणा की थी कि मैं गुजरात की यात्रा कर राज्य के मुख्य मंत्री और अन्य वरिष्ठ हस्तियों के साथ मुलाकात करूंगा। इस सरकारी बयान में मेरी यात्रा का उद्देश्य स्पष्ट किया गया था : भारत के साथ द्विपक्षीय प्रगाढ़ संबंधों की स्थापना के ब्रिटिश सरकार के लक्ष्य के अनुरूप पारस्परिक हित के व्यापक रेंज के मसलों पर चर्चा करना और घनिष्ठ सहयोग के अवसरों को तलाशना।

इस बयान में जोर देकर यह भी कहा गया था कि ब्रिटेन के गुजरात में व्यापक रेंज के हित हैं। हम उन तीन ब्रिटिश नागरिकों के परिवारों को न्याय दिलवाना चाहते हैं, जो 2002 में मारे गए थे। हम राज्य में मानव अधिकारों और सुशासन (गुड गवर्नेंस) को समर्थन देना चाहते हैं। हम गुजरात में रहने, कार्य करने एवं यात्रा करने वाले ब्रिटिश नागरिकों और उन अनेक गुजराती लोगों को हरसंभव समर्थन देना चाहते हैं, जो इस समय ब्रिटेन के सर्वाधिक तथा गतिशील समुदायों में से एक हैं। और, भारत के साथ मजबूत संबंध बनाने के हमारी सरकार के संकल्प के अंग के रूप में हम सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हम गुजरात सहित देश भर में पूरी एवं निरंतर सेवाएं प्रदान करें।

इस बयान में ब्रिटेन सरकार का दृष्टिकोण स्पष्ट करते हुए यह भी कहा गया कि गुजरात के साथ सक्रिय संबंध रखना गुजरात में ब्रिटिश हितों को आगे बढ़ाने का सही तरीका है।

मैंने आज जो काम किया, वह ठीक वही है, जो ब्रिटेन की सरकार ने कहा था कि मैं करूंगा। मैंने मुख्य मंत्री और राज्यपाल से मुलाकात की। मैं गुजरात राज्य कांग्रेस के अध्यक्ष से मिला। मैं स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों से मिला। और, मैंने यहां गुजरात में ब्रिटेन के वीजा आवेदन केंद्र, ब्रिटिश व्यापार कार्यालय और ब्रिटिश काउंसिल के विभिन्न प्रतिनिधियों से मुलाकात की। मैं अपने उस कांसुलर वार्डन से भी मिला, जो गुजरात में ब्रिटिश नागरिकों की मदद का कार्य करता है।

यहां आज मेरी जो बातें हुईं, वे खुली, सकारात्मक और रचनात्मक रही हैं। मैं गुजरात सरकार और मेरे अन्य वार्ताकारों का उनके द्वारा स्वागत किए जाने के लिए आभारी हूं।

मेरी गुजरात के मुख्य मंत्री के साथ बातचीत अच्छी रही। हमने गुजरात के भविष्य पर चर्चा की, जो उज्ज्वल है। हमने गुजरात की लगातार प्रगति में ब्रिटिश भूमिका पर चर्चा की। हम सहमत थे कि ब्रिटेन और गुजरात के बीच विस्तृत के क्षेत्रों में सहयोग वृद्धि की संभावनाएं हैं। इन क्षेत्रों में शिक्षा, विज्ञान एवं नव-प्रवर्तन, ऊर्जा एवं जलवायु परिवर्तन और व्यापार एवं निवेश भी शामिल हैं। हमने चर्चा की कि गुजरात में रहने और इस राज्य की यात्रा करने वाले ब्रिटिश नागरिकों को हरसंभव बेहतरीन सेवाएं देने के बारे में ब्रिटेन सरकार किस प्रकार गुजरात के प्रशासन के साथ मिल कर कार्य कर सकती है। मैंने ब्रिटेन सरकार की यह इच्छा दोहराई कि उन तीन ब्रिटिश नागरिकों के परिवारों को न्याय दिलवाना सुनिश्चित किया जाए, जो 2002 के दंगों में मारे गए थे। मैंने वर्तमान में जारी न्यायिक प्रक्रिया के प्रति हमारी प्रतिबद्धता दोहराई। और, हमने सुशासन और मानव अधिकारों के व्यापक मसलों पर चर्चा की।

इसी प्रकार, मेरी अन्य वार्ताकारों के साथ बातचीत अच्छी रही, जिनमें इन्हीं मसलों पर चर्चा हुई।

मुझे यहां गुजरात में ब्रिटिश प्रतिनिधियों की बातचीत सुन कर भी प्रसन्नता हुई।

मुझे ब्रिटिश वीजा आवेदन केंद्र के कार्यों से खुशी हुई। यह केंद्र गुजरात और ब्रिटेन की जनता के बीच महत्वपूर्ण संबंधों का एक कुशल एवं पेशेवर माध्यम है। गुजरात से ब्रिटेन जाने वाले छात्रों, पर्यटकों, यात्रियों, उद्यमियों एवं निवेशकों की संख्या पहले से बहुत बढ़ चुकी है। मुझे आशा है कि आगामी सालों में यह संख्या और बढ़ेगी।

ब्रिटेन और गुजरात के बीच व्यापार एवं निवेश वृद्धि की संभावनाओं के बारे में ब्रिटिश व्यापार कार्यालय और राज्य सरकार के प्रतिनिधियों की बातचीत सुन कर मैं उत्साहित हुआ। जनवरी 2013 में वाइब्रेन्ट गुजरात का आयोजन इस लक्ष्य को आगे बढ़ाने का एक प्रारम्भिक अवसर होगा। इस आयोजन में ब्रिटिश व्यवसाय का प्रतिनिधित्व करने वाली यूके-इंडिया बिजनेस काउंसिल एक साझेदार संगठन होगी। हमें एक बड़े व्यावसायिक प्रतिनिधिमंडल के भाग लेने की आशा है।

गुजरात और ब्रिटेन के बीच शिक्षा, अंग्रेजी भाषा के अध्यापन, कला एवं संस्कृति के क्षेत्रों में पहले से ही चल रहे सहयोग के बारे में ब्रिटिश काउंसिल के स्थानीय प्रतिनिधियों से जानकारी पाकर मुझे प्रसन्नता हुई। इन क्षेत्रों में भी सहयोग वृद्धि की अपार संभावनाएं हैं। ब्रिटिश काउंसिल वाइब्रेन्ट गुजरात में भाग लेगी और ब्रिटिश पेशकशों के बारे में प्रकाश डालेगी।

और, मुझे गुजरात में ब्रिटिश कांसुलर वार्डन से मिल कर गुजरात में बड़ी संख्या में ब्रिटिश नागरिकों के रहने एवं कार्य करने के बारे में जानकारी पाकर खुशी हुई। ये ब्रिटिश नागरिक गुजरात में उसी प्रकार भारी योगदान दे रहे हैं, जिस प्रकार हजारों गुजराती ब्रिटेन में भारी योगदान देते हैं।

मेरी यात्रा भारत के साथ अधिक मजबूत, अधिक व्यापक और अधिक गहन संबंधों की स्थापना के बारे में ब्रिटिश सरकार की इच्छा के अनुरूप है। इसका मतलब व्यापक रेंज के मसलों के बारे में भारत के विभिन्न राज्यों एवं समुदायों के साथ घनिष्ठ संबंध बनाना है ताकि दोनों देशों की जनता को समग्र लाभ पहुंचे।

निष्कर्षत:, मेरी यात्रा से पुष्टि हुई है कि ब्रिटेन और गुजरात के बीच व्यापक रेंज के पारस्परिक हित हैं और घनिष्ठ सहयोग की वास्तविक संभावनाएं हैं।

मेरा अगल कदम अपनी सरकार को इस यात्रा के बारे में रिपोर्ट देना है। ब्रिटेन के मंत्री इसके मद्देनजर विचार करेंगे कि किस प्रकार गुजरात के साथ हमारे संबंधों को आगे बढ़ाया जाए।

प्रकाशित 22 October 2012