समाचार कथा

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मंत्री की पहली भारत यात्रा: दिल्ली और मुम्बई का दौरा

यूके के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मंत्री लियम फॉक्स ने अपना पदभार संभालने के बाद भारत में अपनी पहली यात्रा के दौरान नई दिल्ली और मुम्बई का दौरा किया।

28 से 30 अगस्त 2016 के बीच अपनी यात्रा के दौरान ब्रिटिश मंत्री ने भारतीय वित्त मंत्री अरुण जेटली और वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारामन से मुलाकात की।

भारत यूके में तीसरा सबसे बड़ा निवेशक है और यूके भारत में सबसे बड़ा जी20 निवेशक है, जिसका भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में 8 प्रतिशत योगदान है।

अपनी संपूर्ण यात्रा के दौरान मंत्री ने व्यापार और निवेश के मजबूत संबंधों को विकसित करने की आवश्यकता पर चर्चा की और उन्होंने अपने समकक्षों के साथ यूके और भारत के बीच आर्थिक संबंधों को और आगे बढ़ाने पर बातचीत की।

अपनी यात्रा के दौरान अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मंत्री ने कहा:

मैं अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल की शुरुआत में ही यहां आना चाहता था यह दिखाने के लिए कि भारत के साथ व्यापारिक साझेदारी के प्रति हमारी नई सरकार का क्या नजरिया है। यह साझेदारी दोनों देशों के बीच के रणनीतिक संबंधों का केंद्र है, एक ऐसा रिश्ता जो इससे पहले कभी इतना अधिक महत्वपूर्ण नहीं था जितना कि आज है।

हमारा मौजूदा व्यापारिक संबंध काफी मजबूत है लेकिन उससे भी अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि भविष्य में इसमें और भी संभावनाएं हैं। मैं चाहता हूं कि यूके और भारत अपने अनूठे संबंध और अनुभवों का भरपूर लाभ उठाएं। यह मौलिक बात है कि हम इन संबंधों को मजबूत करने के लिए हर संभव प्रयास करें और हमारे सभी नागरिकों के लिए बढ़ते व्यापारिक और आर्थिक समृद्धि की नींव पर एक नए भविष्य का निर्माण करें।

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मंत्री ने दिल्ली और मुम्बई में व्यापारिक नेताओं और स्थानीय व्यापारियों से भी मुलाकात की। उन्होंने संयुक्त आर्थिक और व्यापार समिति (जीईटीसीओ) के पहले भारतीय औद्योगिक संघ (सीआईआई) समेत अन्य औद्योगिक संस्थानों से मुलाकात की। जीईटीसीओ इस साल के अंत में भारत में आयोजित होगा जिसमें मंत्री महोदय भी हिस्सा लेंगे।

भारत में यात्रा के दौरान मंत्री ने भारतीय वित्तीय प्रौद्योगिकी उद्यमियों से मुलाकात की और भारत-यूके टेक समिट के सॉफ्ट लॉन्च में भी भाग लिया। इस टेक समिट में यूके राष्ट्रीय साझेदार है और इसमें भारतीय व्यवसाय के लिए लाभकारी साबित होने वाले नवोन्मेष, प्रौद्योगिकी और कुशलता में ब्रिटिश विशेज्ञता को भी प्रदर्शित किया जाएगा।

प्रकाशित 30 August 2016