विश्व की समाचार कथा

अलूवा में धारणीय जीवन का मार्ग प्रशस्त करने हेतु भारत-ब्रिटेन साझेदारी

यह कार्यशाला अलूवा के जलवायु परिवर्तन जोखिम में कमी लाने के लिए ब्रिटिश उच्चायोग द्वारा समर्थित प्रॉजेक्ट का एक अंग है।

यह 2010 to 2015 Conservative and Liberal Democrat coalition government के तहत प्रकाशित किया गया था
aluva

इस सप्ताह अलूवा में आयोजित दो दिवसीय भारत-ब्रिटेन तकनीकी कार्यशाला के परिणामों पर आज चर्चा की गई।

चेन्नई में ब्रिटिश उप-उच्चायुक्त श्री भरत जोशी ने कहा:

आज से ठीक एक साल पहले, महामहिम प्रिंस ऑफ वेल्स एवं डचेस ऑफ कॉर्नवाल कोच्चि में थे और हमारे द्वारा इस खूबसूरत राज्य को दिए जाने वाले महत्व पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। मुझे गर्व है कि आज मैं इस महत्वपूर्ण प्रॉजेक्ट का प्रदर्शन कर रहा हूं जो अलूवा में धारणीय शहरी विकास में सहायता प्रदान करेगा और इसमें केरल तथा संपूर्ण भारत में स्मार्ट शहरों को बसाने की दिशा में किए जाने वाले कार्य के लिए विस्तृत शिक्षा निहित है।

डब्ल्यूएस एटकिंस, यूके के निदेशक रोजर सैवेज ने कहा:

एटकिंस द्वारा विकसित शहरों की फ्यूचर प्रूफिंग की विधि ने भविष्य के बारे में बहस की शुरुआत कर दी है और समस्याओं एवं संभावनाओं की पहचान की है, इसलिए निवसियों के लिए जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने और समृद्धि सुनिश्चित करने हेतु प्रॉजेक्ट्स समेकित तरीके से विकसित किए जा सकते हैं। भविष्य में जिन शहरी मास्टरप्लानों की घोषणा की जानी है उनके लिए ये प्रॉजेक्ट्स बहुत ही मददगार साबित होंगे। पर्यटन के जरिए आर्थिक एवं सामाजिक विकास का सृजन करने के साथ-साथ पर्यावरणीय चुनौतियों से निबटने के अवसर मैजूद हैं।

इस परियोजना से अंततः एक विकास तंत्र का निर्माण होगा जिसके 2031 के टाउन प्लान के साथ जुड़ने का लक्ष्य रहेगा। इससे अलूवा और उसके द्वारा सामना किए जाने वाले जलवायु परिवर्तन के जोखिमों एवं विकास के दवाब के संदर्भ को ध्यान में रखते हुए विस्तृत प्रस्तावों के विकास के लिए ठोस आधार उपलब्ध होगा। यह प्रॉजेक्ट इस सप्ताह की चर्चा से निकली 2-3 प्राथमिकताओं के लिए एक क्रियान्वयन योजना भी विकसित करेगा।

आईएनटीबीएयू, ब्रिटेन के ट्रस्टी अलीरेजा सागरची ने कहा:

आईएनटीबीएयू इंडिया के साथ आईएनटीबीएयू यूके को अलूवा नगरपालिका के लिए मास्टर प्लानिंग प्रॉजेक्ट का हिस्सा बनने की खुशी है। हमारा लक्ष्य है कि विकास की प्रक्रिया में अलूवा अपने सबल सामाजिक बोध, विशिष्ट स्थानीय पहचान, पात्र और महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थलों को कायम रखे। डब्ल्यूएस एटकिंस यूके तथा ब्रिटेन के विदेश एवं राष्ट्रमंडल कार्यालय के साथ हमारा संयुक्त प्रयास एक ऐसा तंत्र उपलब्ध करा सकता है जो अलूवा को जरूरी बदलाव करने और विस्तार, शहरीकरण तथा जलवायु परिवर्तन के कारण उत्पन्न चुनौतियों से निबटने में सक्षम बनाएगा।

ब्रिटिश उच्चायोग नई दिल्ली के प्रथम सचिव ग्रेगरी ब्रिफा ने कहा:

अलूवा नगरपालिका तथा केरल सरकार के साथ मिलकर हमें डब्ल्यूएस एटकिंस तथा आईएनटीबीएयू की विश्वस्तरीय ब्रिटिश विशेषज्ञता का संयोजन करते हुए बहुत खुशी हो रही है। सहभागी शहरी विकास में सहायता के लिए भारत-ब्रिटेन साझेदारी का यह एक शानदार उदाहरण है। मास्टर प्लानिंग से संवृद्धि के और अधिक ऊर्जा दक्ष विन्यासों को प्रोत्साहन मिलेगा तथा बाढ़ एवं जलवायु परिवर्तन के अन्य प्रभावों से निबटने की क्षमता में सुधार होगा।

दो-दिवसीय कार्यशाला की मुख्य उपलब्धियां::

  • दो दिवसीय कार्यशाला में विभिन्न भागीदारों तथा कोच्चि मेट्रो, राज्य पुलिस, शहरी और ग्रामीण योजनाओं के विभाग, अलूवा नगर निगम के इंजीनियर्स, जल संसाधन विभाग और केरल बिजली बोर्ड, अलूवा शहर का नगरपालिका परिषद के वरिष्ठ अधिकारियों तथा डब्ल्यूएस एटकिंस एवं आईएनटीबीएयू के वरिष्ठ परामर्शदाताओं के बीच विचार विमर्श हुए और साथ ही अलूवा के आस-पास की समस्याओं और अवसरों को समझने के प्रयास हुए।

  • चर्चा से निकल कर सामने आए मुद्दों में प्रमुख थे- अपशिष्ट प्रबंधन का अभाव, अनियंत्रित विकास, सामान्य प्रदूषण, परिवहन एवं संचार, अपर्याप्त जल-निकास की व्यवस्था और सार्वजनिक स्थलों का विकास ताकि वे महिलाओं और बच्चों के लिए सुरक्षित हों। साथ ही, जो अवसर सामने आए उनमें थे स्थानीय विरासतों और पेरियार नदी का संरक्षण जिसे अलूवा की जीवन-रेखा माना जाता है।

  • भागीदारों ने चर्चा से उभरे मुद्दों पर विशिष्ट प्राथमिकता परियोजनाओं की पहचान करने के लिए एक क्रियान्वयन योजना तैयार करने के साथ-साथ ऐसा तंत्र बनाने की जरूरत पर बल दिया जो 2031 के नगर नियोजन में पूरक की भूमिका निभाए। ऐसी परियोजनाओं के लिए वित्त की पहचान की प्रकियाओं में सहायता की जरूरत को भी महत्व दिया गया।

आगे की जानकारी:

अधिक जानकारी के इए कृपया अनिता मॉड्सले को ईमेल करें या मोबाइल नंबर +91-96001-99956 पर कॉल करें।

Twitter, Facebook, Flickr, Storify, Eventbrite, Blogs, Foursquare, Youtube पर हमारा अनुसरण करें।

प्रकाशित 13 November 2014