विदेश एवं राष्ट्रमंडल कार्यालय में राज्यमंत्री श्री ह्यूगो स्वायर ने भारतीय सीएसआर में ब्रिटिश कंपनियों के योगदान की सराहना की।
नव-स्थापित ‘ब्रिटिश बिजनेस सेंटर’ भारतीय व्यवसाय के साथ कार्य करने हेतु ब्रिटेन के निर्यातकों को बढ़ावा देगा।

श्री ह्यूगो स्वायर ने ब्रिटेन के कुछ शीर्ष व्यवसायियों के साथ भारत के गुड़गांव में ब्रिटिश बिजनेस सेंटर में एक गोलमेज वार्ता का आयोजन किया। इस वार्ता में उन व्यवसायियों के कार्य तथा भारत में कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के प्रति उनके योगदान पर चर्चा की गई।
मंत्री ने हाल में स्थापित ब्रिटिश बिजनेस सेंटर की यात्रा की, जिसकी स्थापना भारतीय बाजार में प्रवेश करने के लिए इच्छुक ब्रिटिश कंपनियों को सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से की गई है। कंपनीज ऐक्ट 2013 कैसे बिजनेस में कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) को बढ़ावा देने में मदद कर रहा है और कैसे ब्रिटेन की कंपनियां भारत की समृद्धि के लक्ष्य में योगदान कर रहा है, इसपर श्री स्वायर ने ब्रिटेन के दर्जनों शीर्ष व्यवसायियों की राय सुनीं।
इस अवसर पर श्री स्वायर ने कहा:
कंपनीज ऐक्ट का सीएसआर पर गहरा प्रभाव पड़ा है और मुझे खुशी है कि ब्रिटिश कंपनियां भारतीय व्यवसायियों के साथ मिलकर कार्य कर रही है और इस क्षेत्र में ब्रिटेन की विशेषज्ञता को साझा करने के लिए सहयोग को बढ़ावा देने में मदद प्रदान कर रही हैं ।
कंपनीज ऐक्ट के तहत भारत में सीएसआर कार्यों में ब्रिटिश की कंपनियां प्रतिवर्ष लगभग £100 मिलियन का योगदान देती हैं। इसके तहत कई प्रकार के कार्य और कदम उठाए जा चुके हैं, जो यह साबित करते हैं कि हम यहां भारत में एक दीर्घकालिक सहयोगी हैं और भारत के लक्ष्यों तथा उद्देश्यों के समर्थन में कार्य कर रहे हैं।
यूके इंडिया बिजनेन काउंसिल इंडिया के प्रबंध निदेशक श्री रिचर्ड मॅक कैलम ने कहा:
मंत्री महोदय को यूके इंडिया बिजनेस सेंटर में आमंत्रित कर तथा सीएसआर पर एक गोलमेज वार्ता आयोजित कर हमें हर्ष अनुभव हो रहा है, जो भारत में आज के समय में एक प्रमुख और अहम विषय है। हमें दिल्ली में ब्रिटिश बिजनेस ग्रुप (बीबीजी) के साथ एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर करने की प्रसन्नता है, जिससे भारतीय बाजार में प्रवेश करने की इच्छुक ब्रिटिश कंपनियों को संयुक्त रूप से सहायता प्रदान करने की हमारी क्षमता को बढ़ावा मिलेगा। मैं बीबीजी दिल्ली के साथ और निकटता से कार्य करने की संभावनाओं को लेकर काफी रोमांचित हूं।
अधिक जानकारी:
- नेक्स्टजेन द्वारा संचालित अनुसंधान से पता चलता है कि यूके की कंपनियां भारत में कंपनीज ऐक्ट 13 के तहत सीएसआर कार्यों में प्रतिवर्ष £100 मिलियन का योगदान देगी। नेक्स्टजेन भारत की सबसे बड़ी सस्टेनेबिलिटी तथा सीएसआर प्रबंधन कंपनी है, जो फॉर्च्यून 500 में शामिल 16 सेक्टरों के ग्राहकों के साथ काम करती है और उन्हें एसईआरओआइ (सोशियो-एंवायरो रिटर्न ऑन इंवेस्टमेंट) को बढ़ाने में मदद करती है। नेक्स्टजेन की शुरुआत आइआइएम-बेंगलूरु तथा बीआइटीएस-पिलानी में की गई थी। इसने भारत के पहले सीएसआर तथा क्लाउड पर सस्टेनेबिलिटी आइटी टूल का विकास किया है। नेक्स्टजेन कंपनीज़ ऐक्ट 2013 के सेक्शन-135 (सीएसआर नॉर्म) के क्रियांवयन के लिए अनुकूल परिवेश के निर्माण हेतु कॉरपोरेट मामले के मंत्रालय समेत नीति निर्माताओं के साथ मिलकर कार्य करता है।
- यूके इंडिया बिजनेस काउंसिल (यूकेआइबीसी) बिजनेस आधारित प्रमुख संगठन है, जो दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार तथा निवेश को बढ़ावा देता है। इसका उद्देश्य है ब्रिटेन तथा भारत के बीच व्यवसाय-व्यवसाय के बीच संवाद स्थापित कर व्यापार को बढ़ावा देना। यूकेआइबीसी एक ऐसे माहौल बनाने में प्रभावशाली भूमिका निभा रहा है, जिसमें मुक्त-व्यापार तथा निवेश को बढ़ावा मिलता है। सहयोग को बढ़ावा देकर और प्रभावशाली कॉरपोरेट तथा सदस्यों के एक विस्तृत नेटवर्क के जरिए यूकेआइबीसी ब्रिटेन की कंपनियों के लिए भारत में मौजूद अवसरों के दोहन हेतु संसाधन, ज्ञान तथा बुनियादी ढांचा प्रदान करता है।
- ब्रिटिश बिजनेस ग्रुप (बीबीजी) ब्रिटिश, भारतीय कंपनियों तथा व्यक्तियों का एक मंच है जो आपस में मित्रवत तथा अनौपचारिक माहौल में विचारों के आदान-प्रदान तथा नेटवर्क का निर्माण करता है।
- फॉरेन ऑफिस मिनिस्टर ह्यूगो स्वायर को ट्विटर पर फॉलो करें।
- मीडिया पूछताछ के लिए: ई-मेल newsdesk@fco.gov.uk, टेलीफोन +44 (0)20 7008 3100