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डिजिटल मंत्री करेंगे भारत में ब्रिटिश टेक का प्रतिनिधित्व

यूके-इंडिया टेक साझेदारी की शुरूआत करने और क्षेत्रीय लिंक-अप की पुष्टि करने के लिए डिजिटल, संस्कृति, मीडिया और खेल मंत्री मैट हैंकॉक भारत पहुंचे ।

Secretary of State for Digital, Culture, Media and Sport Matt Hancock

डिजिटल मंत्री साझेदारी की पुष्टि करेंगे और कम उत्सर्जन और स्वायत्त वाहन, बैटरी स्टोरेज और वाहनों की लाइट वेटिंग सहित भविष्य की मोबिलिटी पर फोकस के साथ मिडलैंड्स इंजन को महाराष्ट्र के साथ लिंक करेंगे।

वह बताएंगे कि डेटा ऑग्मेंटेड और वर्चुअल रियलिटी, एडवांस मैटेरियल और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर फोकस के साथ नॉर्दन पावरहाउस को कर्नाटक से लिंक किया जाएगा। वह कहेंगे कि अगर यह सफल रहा तो उन्हें यूके और भारत के अन्य क्षेत्रों को लिंक करने के लिए साझेदारी की अपेक्षा रहेगी।

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया लंदन यात्रा के दौरान घोषित की गई साझेदारी से दोनों देशों में व्यवसाय, विश्वविद्यालय और तकनीकी संस्थान जुड़ेंगे और दिल्ली में नया यूके-इंडिया टेक हब विकसित होगा।

दिल्ली में, श्री हैंकॉक भारतीय तकनीकी उद्योग निकाय नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विसेज कंपनी (नैसकॉम) को संबोधित करेंगे, पेटीएम, क्वात्रो और डेवआईटीपीएल सहित प्रमुख भारतीय फर्मों से मिलेंगे और हेमंत ऋतू में भारत में होने वाले न्यू यूके-इंडिया टेक थॉट लीडरशिप समिट की पुष्टि करेंगे।

वह फिनटेक, साइबर सेक्योरिटी, हेल्थ-टेक और स्मार्ट सिटी जैसे क्षेत्रों में नई डील की शुरूआत करने के लिए ब्रिटेन और भारत के निवेशकों से मिलेंगे। उन्होंने प्रसारित टेक रॉकेटशिप अवॉर्ड्स की भी शुरुआत की, जिससे ब्रिटेन में ताज़ा नवोन्मेष को बढ़ावा देने के साथ भारतीय टेक स्टार्ट-अप को ब्रिटेन में अपने कारोबार को स्थापित करने में मदद मिलेगी।

मुंबई में वह कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) और इंडियन बिजनेस लीडर्स द्वारा आयोजित कार्यक्रम में यूके के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और फिनटेक इंडस्ट्रीज का समर्थन करेंगे। यह यूके की फाइनेंशियल इंडस्ट्रीज के साथ मिलकर काम करने और लंदन व मुंबई के बीच मजबूत आर्थिक संबंध बनाने के लिए हुए हालिया समझौतों पर आधारित होंगे।

डिजिटल और संस्कृति मंत्री मैट हैंकॉक ने कहा:

यूके और भारत तकनीक में ग्लोबल लीडर्स हैं और अपने संबंधों को मजबूत करके हम दोनों देशों में व्यापार और नागरिकों के लिए बेहतरीन अवसरों की शुरूआत कर सकते हैं।

हमारी नई यूके-इंडिया टेक साझेदारी से न केवल नए निवेश, विकास और नौकरियों की नींव रखी जाएगी, बल्कि इससे भविष्य की तकनीकी साझेदारियों को भी बढ़ावा मिलेगा जिससे हमारा जीवन बेहतर होगा और उसमें आमूल परिवर्तन होंगे।

पिछले महीने राष्ट्रमंडल प्रमुखों के साथ बैठक के लिए भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटेन का दौरा किया था जिसमें दोनों देशों ने 1 बिलियन पाउंड की नई व्यावसायिक सौदेबाजी और 5,500 से अधिक तकनीकी रोजगार की घोषणा की थी और उस यात्रा के बाद मैट हैंकॉक भारत का दौरा करने वाले पहले कैबिनेट मंत्री हैं।

खेलों में यूके और भारत के बीच मजबूत और ऐतिहासिक संबंध रहे हैं। मिस्टर हैंकॉक 2019 क्रिकेट विश्व कप और ईसीबी की नई साउथ एशिया स्ट्रेटेजी को भी बढ़ावा देंगे, और खेलों में मैच-फिक्सिंग और एंटी-डोपिंग से निपटने के लिए भारत के साथ काम करने को लेकर सहमति जताएंगे। वह ब्रिटिश संग्रहालय के साथ मिलकर विकसित किए गए राष्ट्रीय संग्रहालय के ‘इंडिया इन द वर्ल्ड’ प्रदर्शनी भी जाएंगे और बीबीसी वर्ल्ड सर्विस दिल्ली ब्यूरो में हाल ही में लॉन्च किए गए बीबीसी वर्ल्ड सर्विस भाषा को सहयोग प्रदान करेंगे।

आगे की जानकारी:

यूके-इंडिया टेक हब ब्रिटिश और भारतीय उद्यमियों को मार्केट तक पहुंचने का मार्ग प्रदान करता है। यह यूके-इज़राइल टेक हब की सफलता का अनुकरण करता है जिसके अंतर्गत यूके इकोनॉमी के लिए 600 मिलियन पाउंड के संभावित प्रभाव के साथ पिछले पांच वर्षों में 62 मिलियन पाउंड की डील हुई है।

ब्रिटेन और भारत के टेक ट्रेड एसोशिएशन टेकयूके और नैसकॉम द्वारा साझेदारी के लिए सीनियर टेक लीडर्स को साथ लाकर पॉलिसी विकसित करने और इनोवेशन को बढ़ावा देते हुए न्यू यूके-इंडिया टेक अलायंस के माध्यम से साथ काम करने की घोषणा के साथ इसकी शुरूआत हुई है।

यूके द्वारा शुरूआती तौर पर पायलट में 1 मीलियन पाउंड और 2022 तक संभावित रूप से 13 मिलियन पाउंड तक का निवेश किया जाएगा।

टेक इंवेस्टमेंट, एक्सपोर्ट और रिसर्च व डेवलपमेंट को बढ़ाने के क्रम में नेटवर्क बनाने के लिए सरकार द्वारा देश के विशेषज्ञों को नई दिल्ली स्थित ब्रिटिश उच्चायोग, भारत सरकार और निजी सेक्टर को शामिल किया जाएगा।

छोटी क्षेत्रीय टीमें भारत और ब्रिटेन के विशिष्ट शहरों और क्षेत्रों को जोड़ेंगी ।

टेक पार्टनरशिप द्वारा ब्रिटेन और भारत की उभरती हुई प्रौद्योगिकी, सहयोगी संबंधों और कर्मचारी विनिमय को विकसित करने में सहयोग करके नवोन्मेष और उत्पादकता को बढा़वा दिया जाएगा।

क्षेत्रीय टीमें यह भी सुनिश्चित करेगी कि इसके प्रभाव को दोनों देशों के विशाल तकनीकी क्षेत्रों में महसूस किया जाए और किसी एक क्षेत्र में अपनाए गए सफल प्रस्ताव को दूसरे देश के साथ साझा करके उसे अपनाया जा सके।

सीआईआई के साथ मिलकर ग्रांट थॉर्नटन द्वारा पेश किए गए एक हालिया रिपोर्ट में पता चला है कि ब्रिटेन भारतीय निवेशकों के लिए बेहद आकर्षक स्थान बना हुआ है।

यूके में भारतीय कंपनियों द्वारा निवेश में वृद्धि हुई है और पूंजीगत व्यय 2017 के 4.25 बिलियन पाउंड से बढ़कर 2018 में 4.69 बिलियन पाउंड हो गया है।

रिपोर्ट से यह भी पता चला है कि यूके में संचालित भारतीय कंपनियों का परिचालन लाभ 2.25 मिलियन पाउंड है और संयुक्त कॉर्पोरेट टैक्स 360 बिलियन पाउंड है।

यूके का टेक सेक्टर पहले ही सालाना 116.5 बिलियन पाउंड से से ज्यादा का है।

ईसीबी ने इस हफ्ते अपनी नई दक्षिण एशियाई रणनीति की घोषणा की है। अधिक जानकारी यहां से प्राप्त की जा सकती है। दोनों देश खेलों में मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग पर हस्ताक्षर करेंगे।

भारत अंतरराष्ट्रीय खेलों में एक उभरती हुई शक्ति है और ऐतिहासिक संबंधों को देखते हुए यूके सरकार भारत के साथ अपनी जानकारियों को साझा करके खेलों के प्रति अपने राष्ट्रीय दृष्टिकोण को विकसित करना चाहती है।

इस डील से भारत में ब्रिटिश खेलों को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी और सरकार वहां अपनी गतिविधियों में सहयोग के लिए प्रीमियर लीग के साथ काम कर रही है।

मैच फिक्सिंग और एंटी-डोपिंग के सीमा पार खतरों को देखते हुए अंतर्राष्ट्रीय दृष्टिकोण की अखंडता की रक्षा के लिए साथ मिलकर काम करना सहयोग का एक प्रमुख क्षेत्र होगा। सरकारों द्वारा समन्वित प्रयास से ही इन परेशानियों से निपटा जा सकता है।

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संचार प्रमुख,
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प्रकाशित 11 May 2018