विश्व की समाचार कथा

यूके में अध्ययन हेतु चीवनिंग स्कॉलरशिप के लिए आवेदन खुले हैं

यूके सरकार के प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय छात्रवृत्ति और फेलोशिप कार्यक्रम के लिए आवेदन विंडो 5 अगस्त से 7 अक्टूबर 2025 तक खुली रहेगी।

चीवनिंग स्कॉलरशिप्स और फेलोशिप्स पूर्ण वित्तीय सहायता प्रदान करती हैं, जिससे उम्मीदवार यूके की किसी भी विश्वविद्यालय में 1 वर्षीय मास्टर डिग्री या किसी विशिष्ट विश्वविद्यालय में पेशेवर विकास पाठ्यक्रम (Chevening Fellowship) कर सकते हैं।

चीवनिंग स्कॉलरशिप्स उन भारतीय नागरिकों के लिए खुली हैं जिनके पास स्नातक डिग्री पूरी करने के बाद कम से कम 2 वर्षों का कार्यानुभव है। चीवनिंग फेलोशिप्स 8 से 12 सप्ताह की गहन प्रशिक्षण कार्यक्रम होती हैं, जिन्हें यूके के शीर्ष संस्थानों में आयोजित किया जाता है। ये मध्य से वरिष्ठ स्तर के पेशेवरों के लिए डिज़ाइन की जाती हैं और व्याख्यानों, कार्यशालाओं, स्थल भ्रमण और क्षेत्रीय विशेषज्ञों से संवाद के माध्यम से बहु-विषयी दृष्टिकोण प्रदान करती हैं।

भारत में चीवनिंग कार्यक्रम विश्व का सबसे बड़ा कार्यक्रम है, जिसने 1983 से अब तक 3,900 से अधिक स्कॉलर्स और फेल्लोव्स] को लाभ पहुँचाया है। यह यूके की इस प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि वह कल के नेतृत्वकर्ताओं को तैयार करना चाहता है। चीवनिंग  के पूर्व छात्र यूके में प्राप्त अपनी उच्च गुणवत्ता की शिक्षा और वैश्विक नेटवर्क का उपयोग करके जब अपने देश लौटते हैं, तो वे या तो वैश्विक चुनौतियों का समाधान करते हैं या अपने समुदायों में ठोस और सकारात्मक परिवर्तन लाते हैं।

क्रिस्टीना स्कॉट, कार्यवाहक ब्रिटिश उच्चायुक्त (भारत) ने कहा:

चीवनिंग अवार्ड्स अत्यंत प्रतिस्पर्धात्मक और अत्यंत लाभकारी हैं। ये उन व्यक्तियों के लिए अनंत संभावनाओं के द्वार खोलते हैं जिनमें भविष्य के नेता और निर्णयकर्ता बनने की क्षमता है। भारत की यात्रा के दौरान मैंने कई प्रेरणादायक चीवनिंग  पूर्व छात्रों से मुलाकात की, जो अपने समुदायों को बदल रहे हैं, अपनी सरकारों के लिए नीतियाँ बना रहे हैं, नवाचारी व्यवसाय स्थापित कर रहे हैं और राजनीतिक, मीडिया तथा सांस्कृतिक क्षेत्रों में प्रभाव बना रहे हैं।

यह देखकर अत्यंत आनंद होता है कि भारत के छोटे शहरों और दूरदराज के राज्यों से इतने सारे भारतीय नागरिक यूके में अपनी अकादमिक आकांक्षाएँ पूरी कर रहे हैं। मैं भारत के हर कोने से लोगों को इन स्कॉलरशिप्स और फेलोशिप्स के लिए आवेदन करने हेतु प्रोत्साहित करती हूँ।

भारत में चीवनिंग  कार्यक्रम को विभिन्न सरकारी एवं औद्योगिक भागीदारों का समर्थन प्राप्त है, जो भविष्य के नेतृत्वकर्ताओं को विकसित करने की साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है। राज्य सरकारों के भागीदारों में झारखंड, नागालैंड, कर्नाटक और उत्तराखंड शामिल हैं।

कॉर्पोरेट भागीदारों जैसे अडानी समूह और टीवीएस मोटर्स के सहयोग से अतिरिक्त छात्रवृत्तियाँ प्रदान की जाती हैं। ये साझेदारियाँ यह सुनिश्चित करती हैं कि चीवनिंग  कार्यक्रम भारत के विविध प्रतिभा क्षेत्रों तक पहुँचे, जिसमें हाशिए पर मौजूद समुदायों, टियर 2 और टियर 3 शहरों से आने वाले विद्यार्थियों का प्रतिनिधित्व बढ़ाना और महिला व पुरुष विद्वानों की बराबरी सुनिश्चित करना शामिल है।

अधिक जानकारी

  • पात्रता मापदंड और आवेदन से संबंधित विस्तृत जानकारी के लिए chevening.org पर जाएँ।

  • आवेदन करने से पहले, उम्मीदवारों को chevening.org/guidance पर उपलब्ध संसाधनों की समीक्षा करने और यह मूल्यांकन करने की सलाह दी जाती है कि क्या वे प्रतिस्पर्धात्मक आवेदन प्रस्तुत करने के लिए तैयार हैं।

  • चीवनिंग की शुरुआत 1983 में हुई थी, और यह एक प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार योजना में विकसित हो चुका है। चीवनिंग स्कॉलर और फेलो 160 से अधिक देशों और क्षेत्रों से आते हैं। दुनिया भर में 60,000 से अधिक चीवनिंग पूर्व छात्र हैं जो एक प्रभावशाली और सम्मानित वैश्विक नेटवर्क का हिस्सा हैं।

  • भारत में प्रमुख चीवनिंग पूर्व छात्रों में शामिल हैं – अमिताभ कांत (पूर्व जी20 शेरपा और नीति आयोग के सीईओ), मंत्री अनुप्रिया पटेल, सांसद सुप्रिया सुले और टी. वी. नरेंद्रन (प्रबंध निदेशक, टाटा स्टील)।

  • 2025 की चीवनिंग बैच में 60% से अधिक स्कॉलर टियर 2 और टियर 3 शहरों से हैं, जिनमें से बड़ी संख्या पहली पीढ़ी के शिक्षार्थी हैं। चीवनिंग के सभी कार्यक्रमों में लैंगिक समानता सुनिश्चित की जाती है, जिससे महिलाओं की समावेशी भागीदारी बनी रहती है। यह एक शानदार अवसर है उन भारतीय युवाओं के लिए जो वैश्विक शिक्षा, नेतृत्व और परिवर्तनकारी नेटवर्क का हिस्सा बनना चाहते हैं।

भारत के आवेदकों के लिए निम्नलिखित चीवनिंग  फेलोशिप्स खुले हैं:

  • चीवनिंग साइबर सुरक्षा फेलोशिप: क्रैनफील्ड विश्वविद्यालय में आयोजित, यह कार्यक्रम सरकार, कानून प्रवर्तन, शिक्षाजगत और उद्योग से जुड़े साइबर नीति और सुरक्षा क्षेत्र के पेशेवरों को सहयोग प्रदान करता है

  • चीवनिंग गुरुकुल फेलोशिप फॉर लीडरशिप एंड एक्सीलेंस: ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में आयोजित, यह प्रमुख कार्यक्रम सरकार, नागरिक समाज, मीडिया और व्यापार सहित विभिन्न क्षेत्रों से भविष्य के परिवर्तनकारी नेताओं को विकसित करता है

  • चीवनिंग साइंस एंड इनोवेशन लीडरशिप फेलोशिप: ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में आयोजित, यह कार्यक्रम विज्ञान, प्रौद्योगिकी, नवाचार और सार्वजनिक नीति से जुड़े पेशेवरों को एक साथ लाता है

  • चीवनिंग साउथ एशिया जर्नलिज्म फेलोशिप: वेस्टमिंस्टर विश्वविद्यालय में आयोजित, यह फेलोशिप दक्षिण एशिया के पत्रकारों, विशेष रूप से भारत से, जो राजनीतिक, आर्थिक और व्यावसायिक रिपोर्टिंग में कार्यरत हैं, के लिए बनाई गई है

मीडिया

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च्लोए बैरी, संचार उप प्रमुख
ब्रिटिश उच्चायोग, चाणक्यपुरी,
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प्रकाशित 4 अगस्त 2025