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ब्रिटेन द्वारा हरित वाहन उद्योग में नवप्रवर्तन को बढ़ावा

वाहन क्षेत्र में नवप्रवर्तन हेतु आपूर्तिकर्ताओं और अभिनव विचारों/सुझावों के समर्थन में अरबों पाउंड का निवेश।

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वाहन क्षेत्र में नवप्रवर्तन हेतु आपूर्तिकर्ताओं और अभिनव विचारों/सुझावों के समर्थन में अरबों पाउंड का निवेश।

अब तक के सबसे बड़े नवप्रवर्तन कोष की क्षमता बढ़ाने की घोषणा करते हुए नई निम्न कार्बन ऊर्जा दक्षता तकनीक के क्षेत्र में ब्रिटिश वाहन उद्योग को अग्रणी बनाने हेतु ब्रिटिश सरकार द्वारा उनकी मदद की जा रही है।

2014 में घोषित 1 अरब का एडवांस्ड प्रोपल्सन सेंटर (एपीसी) कोष ब्रिटेन द्वारा वाहन उद्योग में कार्बन उत्सर्जन को कम करने की दिशा में किया जाने वाला अब तक का सबसे बड़ा एकल निवेश है और इसमें 7 करोड़ पाउंड का नया निवेश किया जा रहा है जो निम्न कार्बन प्रोपल्सन शोध तथा उन विकास परियोजनाओं के लिए होगा जिससे वाहनों से होने वाले हानिकारक उत्सर्जन खासकर CO2 के उत्सर्जन में कमी लाई जा सकेगी।

यह संयुक्त कोष सरकार और वाहन उद्योग के बीच साझेदारी का परिणाम है जिसका उद्देश्य है निम्न कार्बन संबंधी खोजों और विनिर्माण के लिए ब्रिटेन की वैश्विक स्थिति को मजबूत करना।

नई दिल्ली में ऑटो एक्सपो के आयोजन से पूर्व ब्रिटेन के वाहन निवेश संगठन (एआईओ) के कार्यकारी मुख्य एक्जीक्यूटिव ऑफिसर लॉरेंस डेवीज ओबीई ने कहा कि ब्रिटेन में साझेदारी की संभावना तलाशने और अपना विस्तार करने को इच्छुक भारतीय वाहन कंपनियों सहित अनेक अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों का ध्यान आकृष्ट करते हुए दोनों कोषों ने भरपूर सफलता अर्जित की है।

उन्होंने आगे कहा:

हमारा तेजी से बढ़ता विविधतापूर्ण वाहन उद्योग उच्च-मूल्य और उच्च-तकनीक वाले वाहनों के दुनिया भर में निर्यात के लिहाज से विशेष तौर पर सफल रहा है और हमने अपना ध्यान अगली पीढ़ी के नवप्रवर्तन पर केन्द्रित किया है जो इस प्रगति को आगे बढ़ाएगा। लेकिन हम जानते हैं कि हम इसे अकेले नहीं कर सकते और यही कारण है कि हम भारत और दुनिया भर के प्रमुख अन्वेषकों का आह्वान करते हैं कि हमारे साथ जुड़ें और निम्न कार्बन प्रौद्योगिकी में अगले बड़े आविष्कार के भागी बनें।

वस्तुतः, जगुआर लैंड रोवर को हाल ही में 1.31 करोड़ पाउंड का कोष एडवांस्ड कम्बशन तथा अत्याधुनिक बूस्टिंग सिस्टम में अनुसंधान हेतु प्रदान किया गया जिससे भारतीय स्वामित्व वाली यह कंपनी एक विशालतम कोष प्राप्त करने वाली कंपनी बन गई है। एडवांस्ड प्रोपल्सन सेंटर कोष नई विचारों को समर्थन देने और उन विचारों को प्रयोगशाला से बाहर निकाल कर वाहनों में प्रयोग करने को लेकर ब्रिटेन की सतत प्रतिबद्धता को दर्शाता है, श्री डेवीज ने कहा।

ब्रिटेन यूरोप में इलेक्ट्रिक वाहनों का सबसे बड़ा निर्माता है। दरअसल, मोटे तौर पर यूरोप में चलने वाली चार में से एक इलेक्ट्रिक कार ब्रिटेन में बनी होती है। ब्रिटेन का वाहन निर्माण उद्योग आविष्कार, विशेषज्ञता, प्रोद्योगिकी, ब्रांड और अवसर का सही मायने में केन्द्र-बिन्दु है। हमारी आकांक्षा इसे और मजबूत करने की है ताकि हम अपनी बिक्री बढ़ा सकें और हम भारतीय कंपनियों को इस यात्रा में शामिल करने हेतु आमंत्रित करते हैं।

आगे की जानकारी:

ऑटो एक्सपो में यूकेटीआई स्टैंड

यूकेटीआई स्टैंड 4-7 फरवरी को प्रगति मैदान, नई दिल्ली में सजे यूके पैविलियन की हॉल संख्या 18, स्टैंड 29 में स्थित है।
एडवांस्ड प्रोपल्सन सेंटर कोष के बारे में अधिक जानकारी के लिए या ब्रिटेन में अपना व्यवसाय कैसे स्थापित किया जाए या साझेदार कैसे प्राप्त किए जाएं इस बारे में जानने हेतु यूकेटीआई में संदीप चौधरी से संपर्क करें।

इच्छुक पक्ष ऑटो एक्सपो में यूकेटीआई निवेश सलाहकार से मिल सकते हैं जो अंतर्राष्ट्रीय विकास के मार्ग पर उनके आगे बढ़ने में मददगार होंगे।

ऑटो एक्सपो में यूकेटीआई कार्यक्रम के बारे में अधिक जानकारी हेतु अथवा टिकट प्राप्त करने हेतु यहां विजिट करें।

यूकेटीआई ऑटोमोटिव इनवेस्टमेंट ऑर्गनाइजेशन (एआईओ)

यूकेटीआई ऑटोमोटिव इनवेस्टमेंट ऑर्गनाइजेशन (एआईओ) विदेशों में सरकारों के साथ और उद्योगों के साथ ब्रिटेन के वाहन निर्माण क्षेत्र के विकास के उद्देश्य से देश में निवेश लाने और साथ ही निर्यात के जरिए ब्रिटिश कंपनियों को उनका व्यवसाय बढ़ाने में मदद करने का काम करता है।

यह ब्रिटिश आपूर्ति श्रृंखला, आर&डी और मोटरपार्ट्स क्षेत्र में विदेशी निवेश लाने पर केन्द्रित है।

एओआई ने ऑटो क्षेत्र में 15,000 रोजगार के सृजन या संरक्षण के अपने लक्ष्य को इसके निर्धारित समय मार्च 2016 से छह महीने पहले ही पूरा कर लिया। जून 2013 में अपनी स्थापना के बाद से एओआई ने ब्रिटिश वाहन निर्माण क्षेत्र में 1 अरब पाउंड से अधिक विदेशी निवेश आकर्षित किया है और 250 से अधिक परियोजनाओं को मदद पहुंचाई है।

निजी और सरकारी क्षेत्र की विशेषज्ञता का मिश्रण एआईओ, सीधे यूके ऑटोमोटिव काउंसिल के अधीन काम करता है जो सरकार और उद्योग जगत के बीच सहयोग हेतु ब्रिटिश सरकार का प्रमुख निकाय है।

जानिए कि क्यों ब्रिटेन विदेशों में व्यवसाय का सबसे पसंदीदा गंतव्य है।

ग्रेट फॉर कोलैब्रेशन वीडियो

ब्रिटेन के वाहन निवेश संगठन (एआईओ) के कार्यकारी मुख्य एक्जीक्यूटिव ऑफिसर लॉरेंस डेवीज के बारे में

वाहन उद्योग में लॉरेंस डेवीज का 35 साल का कार्य अनुभव है। उन्होंने अपनी शुरुआत ब्रिटेन में खरीद और आपूर्ति श्रृंखला के अंतर्गत जेनरल मोटर्स (जीएम) में काम करते हुए की थी जिसके बाद उन्होंने जर्मनी की ओपल कंपनी में 4 साल व्यतीत किए और फ्रांस तथा यूएसए में काम किया। 2006 में वह जेनरल मोटर्स की खरीद और आपूर्ति श्रृंखला के निदेशक नियुक्त हुए। 2013 में लॉरेंस बतौर डेप्यूटी सीईओ यूके ट्रेड एंड इनवेस्टमेंट के ऑटोमोटिव इनवेस्टमेंट ऑर्गनाइजेशन (एआईओ) यानी वाहन निवेश संगठन में शामिल हुए और ब्रिटेन के प्रचार हेतु दुनिया भर की वाहन निर्माण कंपनियों के साथ एआईओ के सहभागिता कार्यक्रम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 2015 में उन्हें इंस्टीट्यूट ऑफ पर्चेजिंग का सदस्य बनाया गया। वर्तमान में वह कार्यकारी सीईओ के रूप में कार्यरत हैं।

वाहन निर्माण उद्योग में ब्रिटेन की दुनिया में अग्रणी स्थिति कायम

  • वाहन निर्माण उद्योग के क्षेत्र में ब्रिटेन एक अग्रणी केन्द्र है। 2015 में लगभग 16 करोड़ (एक दशक में सर्वाधिक संख्या) वाहन फैक्ट्री से निर्मित होकर निकले और इस सेक्टर का टर्नओवर लगभग 68 अरब पाउंड से अधिक रहने का अनुमान है जिससे 2009 के बाद से ब्रिटेन निर्मित कारों का औसत मूल्य दुगुना हुआ। यूरोप में ब्रिटेन तीसरा सबसे बड़ा कार्य निर्माता देश है।

  • उद्योग की सफलता का एक अंश उत्पादों की गुणवत्ता के कारण है लेकिन इसका एक कारण व्यवसाय की दक्षता भी है। ब्रिटिश वाहन क्षेत्र अब स्पष्ट रूप से यूरोप का सबसे उत्पादक क्षेत्र है और अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी जर्मनी से 12.8% की बढ़त लेकर आगे है और फ्रांस की उत्पादकता से इसकी उत्पादकता लगभग दुगुनी है।

  • ऑटोमोटिव आर&डी में ब्रिटेन एक प्रगतिशील कारक है जो अगले 10 साल के लिए उत्पादन में प्रगति करने हेतु मार्ग प्रशस्त कर रहा है। दुनिया के सर्वोच्च 6 यूनिवर्सिटीज में से 4 में जगुआर लैंड रोवर, फोर्ड और निसान के आर&डी सेंटर ब्रिटेन में हैं। निम्न कार्बन वाहन प्रौद्योगिकियों के विकास में ब्रिटिश वाहन उद्योग का स्थान अग्रणी है।

  • यूरोप में इलेक्ट्रिक वाहनों का भी ब्रिटेन अग्रणी विनिर्माता है (संडरलैंड में स्थापित निसान की फैक्ट्री के चलते), और बैटरी तथा संबद्ध तकनीकी के लिए उत्तर पूर्व में विकसित होता हुआ माहौल है। उत्तर पश्चिम में क्रीव (Crewe) अब वीडब्ल्यू समूह में 12 सिलिंडर इंजनों के लिए वैश्विक उत्कृष्टता केन्द्र के रूप में स्थापित है। यह इंजन विकास में ब्रिटेन द्वारा निभाई जाने वाली प्रमुख भूमिका को दर्शाता है जो कि एडवांस्ड प्रोपल्सन सेंटर के जरिए निम्न कार्बन प्रोपल्सन में 10 में 1 अरब पाउंड की निवेश योजना की वजह से संभव हुआ।

  • आपूर्ति श्रृंखला – ब्रिटिश वाहन निर्माण उद्योग क्षेत्र के त्वरित विस्तार ने कल पुर्जों के लिए अभूतपूर्व मांग पैदा की है। दो सालों में 2015 तक यूके ओईएम को ब्रिटिश सप्लायरों द्वारा की जाने वाली बिक्री में 1 अरब पाउंड का इजाफा हुआ, जहां केवल 2014 में ही 19% की वृद्धि दर्ज की गई। ब्रिटिश वाहन निर्माताओं ने टीयर 1 कल पुर्जों के उत्पादन के लिए 4 अरब पाउंड के एक अतिरिक्त अवसर की पहचान की है और टीयर 2 और उससे नीचे के सप्लायरों के लिए 2 अरब पाउंड मूल्य की आपूर्ति श्रृंखला के अवसर पहचाने गए हैं।

  • ब्रिटेन यूरोप में इंटेलिजेंट मोबिलिटी में अग्रणी है और दुनिया में अग्रणी रहने के लिए इसकी स्थिति सर्वोत्तम है। सार्वजनिक सड़कों पर पहला विविध परीक्षण फरवरी 2015 में शुरू हुआ और कंपनियों को इंटेलिजेंट सॉल्यूशन के व्यावसायीकरण में सहायता हेतु सेंटर फॉर कनेक्टेड एंड ऑटोनोमस व्हीकल्स (सी-सीएवी) की शुरुआत की गई। ब्रिटेन के विश्व-अग्रणी व्यवहार संहिता के शुरुआत का अर्थ अब यह है कि ब्रिटेन इंटेलिजेंट व्हीकल्स के विकास और परीक्षण के लिए दुनिया का एक सबसे अनुकूल और खुला देश है।

  • मोटरस्पोर्ट – ऑटोमोटिव का सर्वाधिक आर&डी सघन अंग मोटरस्पोर्ट में ब्रिटेन दुनिया का अग्रणी देश है। मोटरस्पोर्ट क्षेत्र में कार्यरत 4,500 कंपनियों के साथ मौजूदा एफ1 टीमों का 7/10 यूके में स्थित है। इससे अत्याधुनिक विशेषज्ञता तक अद्वितीय पहुंच संभव होती है और मुख्यधारा वाले वाहन क्षेत्र में तकनीकी प्रवाह का विस्तार होता है।

  • निर्यात – दुनिया भर में ब्रिटिश वाहन प्रॉडक्टों की बढ़ती मांग के साथ, ईयू तथा 100 वैश्विक बाजारों में प्रत्यक्ष पहुंच के साथ-साथ ब्रिटेन एक आदर्श स्थल है जहां से भरपूर निर्यात किया जा सकता है। 2015 में कारों की एक रिकॉर्ड संख्या (कुल उत्पादन का 77.3%) निर्यात की गई जहां 12 लाख कारें ब्रिटेन से बाहर भेजी गईं जो 2014 की तुलना में 2.7% अधिक थी। 11.3% की वृद्धि के साथ ईयू की मांग में निरंतर वृद्धि हो रही है।

अधिक जानकारी के लिए अथवा लॉरेंस डेवीज ओबीई या यूकेटीआई निवेश सलाहकार के साथ साक्षात्कार के लिए कृपया यहां संपर्क करें:

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स्टुअर्ट ऐडम, प्रमुख,
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प्रकाशित 1 February 2016