विश्व की समाचार कथा

भारत-यूके सस्टेनेबल सॉल्यूशंस चैलेंज के विजेताओं के नाम घोषित

सीओपी 21, पैरिस के इंडिया पैविलियन में 7 दिसम्बर को जलवायु से जुड़े आविष्कारी कार्यों पर आयोजित प्रतियोगिता के विजेताओं की घोषणा कर दी गई।

India UK sustainable solution comptt

इस प्रतियोगिता का आयोजन इंडियन यूथ क्लाइमेट नेटवर्क (आइवाइसीएन), यूके यूथ क्लाइमेट कोएलिशन (यूकेवाईसीसी) तथा सेंटर फॉर एंवायरन्मेंट एजुकेशन (सीईई) ने मिलकर नई दिल्ली स्थिति ब्रिटिश उच्चायोग के सहयोग से किया था।

जलवायु परिवर्तन एक सच्चाई है और हमें इसपर अब कदम उठाने होंगे। जैसा कि पेरिस में एक कानूनी रूप से अनिवार्य जलावायु समझौते पर पहुंचने के लिए पूरी दुनिया के देश आ पहुंचे हैं, ऐसे में भारतीय तथा ब्रिटिश युवाओं को धारणीय विकास को बढ़ावा देने तथा जलवायु परिवर्तन से मुकाबला करने के लिए अनूठे विचारों के विकास के लिए जम कर सराहना मिली।

सबके बीच विजेता रही पूर्णिमा कुमार, जिन्हें अपने प्रॉजेक्ट पर्सनल क्लाइमेट चेंज इम्पैक्ट ऐप के लिए चुना गया, जो एक मोबाइल ट्रैकर है जिसे जलवायु परिवर्तन पर जागरुकता फैलाने के लिए तैयार किया गया है और इसके जरिए प्रयोक्ता को उनके पारितंत्रीय फुटप्रिंट की सूचना मिलती है और उत्सर्जन कम करने के तरीके अपनाने के लिए सूचना प्रदान की जाती है।

भारत की ओर से विजेता रहे श्री शरद पारेख, जिन्हें उनके उपक्रम इंडस्ट्रियल यूज ऑफ सोलर बेस्ड टेक (सोलर हॉट एयर जेनरेटर) के लिए चुना गया, जो एक ऐसा उपकरण है जो सौर ऊर्जा का इस्तेमाल करने वाले उद्योगों को हॉट एयर की आपूर्ति करता है। यूके की ओर से विजेता रहीं ऐमेलिया हेजगार्ड-होली। उन्हें सोलर रोडवेज के विचार के लिए चुना गया, जिसके तहत सड़कों तथा रस्तों पर पैनल्स लगाए जाने की बात कही गई है, ताकि सूर्य की ऊर्जा का व्यापक इस्तेमाल किया जा सके।

निक हर्ड, मिनिस्टर ऑफ स्टेट, यूके सरकार ने कहा:

सस्टेनेबल सॉल्यूशंस चैलेंज ने दिखाया है कि साथ मिलकर काम करने वाले भारत तथा ब्रिटिश युवा आविष्कारी चीजों का विकास कर सकते हैं, जिसकी जरूरत हमें अगली पीढ़ी द्वारा झेली जाने वाली जलवायु चुनौतियों से निपटने में होगी।

यूके यूथ क्लाइमेट कोएलिशन, जोआना रीड ने कहा:

इंडिया-यूके सस्टेनेबल चैलेंज सॉल्यूशन एक ऐसी प्रतियोगिता थी, जिसे ब्रिटिश तथा भारतीय युवाओं के बीच जलवायु चुनौतियों से निपटने के लिए आवश्यक आविष्कारी निदानों के प्रति जागरुकता का प्रसार करने के लिए डिजाइन किया गया था। मुझे खुशी है कि इससे कुछ अत्याधुनिक विचार सामने आए, मुझे उम्मीद है, जो मानव समुदाय द्वारा झेले जाने वाली वैश्विक समस्या से निजात पाने में मदद कर सकते हैं।

इंडियन यूथ क्लाइमेट नेटवर्क की सुप्रिया सिंह ने कहा:

जलवायु परिवर्तन आज का एक वास्तविक खतरा है और भारत तथा ब्रिटेन के युवाओं को अनोखे विचारों के जरिए इस समस्या से निजात पाने के लिए इतनी सक्रियतापूर्वक भाग लेने का उत्साह देखना काफी सुखद है। हमें उम्मीद है कि इससे एक गति मिलेगी और दूसरों को भी मनुष्य द्वारा झेली जाने वाली इस बड़ी चुनौती से निजात खोजने के लिए प्रेरित करेंगे।

अधिक जानकारी

इन प्रस्तावों का आंकलन चार आधारों पर किया गया- अनोखापन, अपनाए जाने की क्षमता, प्रभाव तथा धारणीयता। आइवाईसीएन, यूकेवाईसीसी तथा सीईई इस सहयोग को और आगे बढ़ाकर ‘आइडियाज कैफे’ आरंभ करने की योजना है, जो विचारों का आदान-प्रदान करेगा तथा उन्हें सहायक पार्टनर संगठनों की मदद से बढ़ावा देगा। समग्र विजेता को सीधा सहयोगी संगठन के साथ अपने विचार को मूर्त रूप देने का मौका दिया जाएगा। इस प्रतियोगिता के बारे में अधिक जानकारी पाएं।

स्टुअर्ट ऐडम, प्रमुख,
प्रेस तथा संचार
ब्रिटिश उच्चायोग, चाणक्यपुरी
नई दिल्ली 110021
टेली: 44192100; फैक्स: 24192411

मेल करें: काज़िम रिज़वी

हमारा अनुसरण करें: Twitter, Facebook, Instagram, Flickr, Storify, Eventbrite, Blogs, Foursquare, Youtube, Vine, Periscope @UKinIndia, Snapchat @UKinIndia

प्रकाशित 8 December 2015