विश्व की समाचार कथा

प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के अवसर पर प्रीति पटेल के नेतृत्व में ब्रिटिश प्रतिनिधिमंडल

इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल होंगे ब्रिटिश-भारतीय प्रवासी समुदाय के सांसद, व्यवसाय जगत की प्रमुख हस्तियां और समुदाय के अन्य प्रमुख सदस्य।

यह 2010 to 2015 Conservative and Liberal Democrat coalition government के तहत प्रकाशित किया गया था

6 जनवरी को प्रधानमंत्री के ब्रिटिश-भारतीय डायस्पर चैम्पियन (प्रवासी समुदाय की नेत्री) और ‘एक्सचेकर सेक्रेटरी टू द ट्रेजरी’ (वित्त मंत्री) प्रीति पटेल एमपी एक दौरे के सिलसिले में अहमदाबाद आएंगी जहां वे प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के ब्रिटिश प्रतिनिधियों की अगुवाई करेंगी।

अपने इस दौरे में वह विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और युवा मामलों के मंत्री सर्बानंद सोनवाल के साथ प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के शुभारंभ सत्र और व्यवसाय जगत की प्रमुख हस्तियों के साथ-साथ गुजरात चैम्बर ऑफ कॉमर्स को भी संबोधित करेंगी। वह सरकार के वरिष्ठतम अधिकारियों से भी मुलाकात करेंगी।

इस साल प्रवासी भारतीय दिवस महात्मा गांधी की दक्षिण अफ्रीका से उनकी वापसी की सौवीं सालगिरह के साथ मनाया जा रहा है। द्विपक्षीय बैठकों और पीबीडी की औपचारिक व्यस्तताओं के अतिरिक्त मंत्री महोदया साबरमती आश्रम जाकर महात्मा गांधी को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करेंगी. इस आश्रम से महात्मा गांधी ने 1930 में नमक यात्रा का नेतृत्व संभाला था।

प्रीति पटेल ने कहा:

गुजरात में तेरहवें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में भाग लेने की मैं आतुरता से प्रतीक्षा कर रही हूं जो महात्मा गांधी के समुद्रपारीय प्रवास से भारत लौटने की स्मृति के संदर्भ में भी महत्त्वपूर्ण है। मुझे इस बात का बहुत गर्व है कि ब्रिटेन ऐसे प्रतिभाशाली और महत्वाकांक्षी भारतीय प्रवासियों की निवास स्थली रही है जिनमें से कई यहां मेरे साथ प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में भाग लेने ब्रिटिश प्रतिनिधिमंडल के साथ आए हैं।

पिछले साल, नई सरकार द्वारा प्रथम क्षेत्रीय प्रवासी सम्मेलन की आयोजन स्थली के रूप में ब्रिटेन को चुना गया था जिसने समुदाय द्वारा ब्रिटेन की समृद्धि में किए गए योगदानों का उत्सव मनाया और इसने ब्रिटेन और भारत के बीच के संबंधों को और मजबूत बनाने में भी मदद की। प्रवासी समुदाय की भूमिका महत्वपूर्ण है। दो महान देशों भारत और ब्रिटेन- के बीच संबंधों का निर्माण करना केवल सरकारों का ही काम नहीं होता। प्रवासी भारतीय समुदाय का हर सदस्य व्यवसाय, वाणिज्य और निवेश, पर्यटन, शिक्षा, संस्कृति के क्षेत्र में अपने योगदनों या पारिवारिक रिश्तों के जरिए दोनों देशों के बीच मजबूत संबंध बनाने की दिशा में अपनी भूमिका निभाता है।

2014 में, ब्रिटिश सरकार ने भी शेवनिंग स्कॉलरशिप कोष- जिसके लिए अगले दो सालों में राशि को चौगुनी करनी है तथा भारतीय आधरभूत संरचना के क्षेत्र में ब्रिटिश निवेशकों के लिए 1 अरब के सरकारी ऋण का प्रावधान करते हुए हमारे दोनों देशों के बीच मौजूदा संबंधों को और अधिक मजबूत करने की दिशा में काम किया है, जिससे हमें उम्मीद है कि आने वाले सालों में इसका प्रतिफल हमें देखने को मिलेगा। और अब ब्रिटेन साल 2015 में ब्रिटेन और भारत के बीच के संबंधों को सबल बनाने में सहायता के लिए तैयार है। अपनी यात्रा के दौरान इस रिश्ते को आगे बढ़ाने की दिशा में काम करने की मुझे खुशी है।

संपादक लिए नोट्स:

  • प्रीति पटेल एम पी ने नवंबर 2013 (जब उन्हें ब्रिटिश प्रधानमंत्री का ब्रिटेन-भारत डायस्पर चैम्पियन नियुक्त किया गया था), जनवरी 2014 और जुलाई 2014 में भारत का दौरा किया है।

  • वह नई दिल्ली और कोलकाता में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में उनके साथ रही हैं, 2014 के प्रवासी भारतीय सम्मेलन में भाग लिया और मुंबई और नई दिल्ली की यात्रा पर चांसलर ऑफ द एक्सचेकर (वित्त मंत्री) के साथ रही हैं।

  • प्रधान मंत्री श्री मोदी के अतिरिक्त उन्होंने अनेक गणमान्य व्यक्तियों से मुलाकात की।

अधिक जानकारी के लिए असद मिर्जा को मेल करें या + 919810113775 नंबर पर कॉल करें।

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प्रकाशित 6 January 2015