भाषण

G20 शिखर सम्मेलन, चीन: प्रधानमंत्री की प्रेस वार्ता - 5 सितम्बर 2016

प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने मुक्त व्यापार, हर किसी के लिए एक अर्थव्यवस्था बनाने और आतंकवाद और प्रवास की वैश्विक चुनौतियों से निपटने पर चर्चा की।

Read the ‘G20 Summit, China: Prime Minister's press conference – 5 September 2016’ article

आप सभी को नमस्कार! यह मेरा पहला G20 शिखर सम्मेलन है। और युनाइटेड किंगडम के यूरोपीय यूनियन से बाहर निकलने का फैसला लेने के बाद से यह दुनिया की अग्रणी अर्थव्यवस्थाओं का पहला शिखर सम्मेलन है।

ब्रिटेन को एक साहसी, भविष्योन्मुखी राष्ट्र के रूप में पेश करने का यह एक उचित अवसर है।

हम दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं - पिछले वर्ष हम दुनिया की बड़ी और तेजी से विकास करने वाली दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था थे।

हम कारोबार करने के लिहाज से दुनिया के शीर्ष 6 देशों में शुमार हैं। हमारे पास पर्याप्त रोजगार उपलब्ध हैं। और कोषीय घाटे को कम कर लगभग दो तिहाई पर ले आया गया है, जो वर्ष 2010 में अपने शीर्ष पर था।

इसलिए हम यूके की अर्थव्यवस्था की फंडामेंटल ताकतों को लेकर काफी आश्वस्त हैं और भविष्य में एक महान व्यापारिक राष्ट्र के रूप में यूके की भूमिका को लेकर आशावादी हैं।

और यहां हैंगजाऊ में, मैंने मुक्त व्यापार को आगे बढ़ाने में यूके द्वारा निभाई जाने वाली भूमिका को लेकर चर्चा की है, ताकि सुनिश्चित की जा सके कि विश्व की अर्थव्यवस्थाएं हर किसी के लिए कारगर हों और हम आतंकवाद व प्रवास की वैश्विक चुनौतियों से मुकाबला कर सकें।

आइए मैं इनमें से प्रत्येक के बारे में चंद शब्द आपके रखती हूं।

व्यापार

पहला, मुक्त व्यापार।

ब्रिटेन का एक व्यापारिक राष्ट्र के रूप में एक गौरवशाली इतिहास रहा है और हम मुक्त व्यापार के एक सशक्त हिमायती रहे हैं।

एक नियम आधारित, खुला और समावेशी वैश्विक ट्रेडिंग सिस्टम एक धारणीय आर्थिक विकास के लिए उत्प्रेरक के रूप में कार्य कर सकता है और सही व्यापार समझौते हमारे दौर की सबसे बड़ी गरीबी निरोधी नीति हो सकते हैं।

यही कारण है कि इस शिखर सम्मेलन में हमने सुरक्षावाद की वापसी का विरोध करने सहमति बनाई है।

जी20 देशों की हैसियत से, हमने कम से कम वर्ष 2018 तक सुरक्षावाद उपायों को वापस लेने का फैसला लिया है।

हमने इस वर्ष के अंत तक डब्ल्यूटीओ में सुधार कर सीमाओं के पास आने-जाने वाली वस्तुओं की लागतों और बोझों को कम करने की प्रतिबद्धता जताई है।

और हम सभी आकारों के फर्मों, खासकर एसएमई तथा महिला संचालित फर्मों को और प्रोत्साहित करने के लिए सहमत हुए हैं, ताकि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं का भरपूर लाभ उठाया जा सके।

और यूके के ईयू से निकलने के बाद, हमने अपना लक्ष्य मुक्त व्यापार में एक वैश्विक लीडर बनने का रखा है।

अपनी द्विपक्षीय मुलाकातों में, मैंने दुनिया भर के देशों के साथ सुरक्षित ट्रेड समझौते के प्रति संकल्प का संकेत दिया है।

भारत, मेक्सिको, दक्षिण कोरिया और सिंगापोर के नेताओं ने कहा कि वे हमारे देशों के बीच की बाधाओं को हटाने के लिए चर्चा का स्वागत करेंगे। और ऑस्ट्रेलियाई व्यापार मंत्री इसी हफ्ते यूके का दौरा कर यूके-ऑस्ट्रेलिया के व्यापार समझौते के आकार पर संधानात्मक विमर्श करेंगे।

इसी हफ्ते के उत्तरार्ध में, मैं ब्रेक्सिट व अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की केबिनेट कमीटी की अध्यक्षता करूंगी, जहां इस बात पर चर्चा की जाएगी कि कैसे सरकार एक महत्वाकांक्षी व्यापार रणनीति को अपनाए और किन बाजारों को हम प्राथमिकता दे।

हर किसी के लिए अर्थव्यवस्था

चूंकि हम दुनिया भर में मुक्त व्यापार को आगे बढ़ाने का प्रयास करते हैं, इसलिए हमें यह सुनिश्चित करने के लिए और प्रयास करना होगा कि मुक्त व्यापार द्वारा सृजित अवसरों से कार्यरत लोगों को वास्तव में लाभ हो सके।

यह चर्चा इस दिशा में जाती है कि कैसे हम उस अर्थव्यवस्था का निर्माण करें जो हर किसी के लिए कारगर हो।

केवल दूर से संचालित करने वाले तरीके अपनाना ही पर्याप्त नहीं है। हमें अपने देश में और विदेशों में साहसी सामूहिक कार्यवाही करने की आवश्यकता है।

ब्रिटेन में हम, एक सही औद्योगिक रणनीति का विकास कर रहे हैं ताकि अधिक लोग हमारी उच्च मजदूरी प्रणाली और युवाओं के लिए उपलब्ध पर्याप्त अवसरों के जरिए राष्ट्रीय समृद्धि को साझा कर पाएं।

हमारे क्षेत्र, व्यापार के लाभों का दोहन करने के लिए बेहतर रूप से सामर्थ्यवान हो, इसके लिए हम इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश कर रहे हैं।

और अधिक निष्पक्षता लाने के लिए, हम पतझड़ के इस मौसम में कॉरपोरेट गैर-जिम्मेदारी से निपटने के लिए उपाय अपनाएंगे, ताकि अत्यधिक कॉरपोरेट पे और अपर्याप्त कॉरपोरेट गवर्नेंस को कम किया जा सके और कर्मचारियों और ग्राहकों को कंपनी के बोर्डों में प्रतिनिधित्व दिलाया जा सके।

यहां जी20 में, हमने आक्रामक कर बचाव रोकने और भ्रष्टाचार से मुकाबला करने का फैसला किया है।

हम, स्टील बाजार समेत अन्य बाजारों में अत्यधिक उत्पादन के कारणों से निपटने के लिए साथ मिलकर काम करने के लिए भी सहमत हुए हैं। और हम उन अनुदानों जैसे मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक मंच का भी निर्माण करेंगे जिनसे बाजार के विरूपणों को हवा मिलती है।

यदि हमें मुक्त व्यापार और वैश्विक विकास के आधार स्थल के रूप में खुली अर्थव्यवस्थाओं के लिए समर्थन बनाए रखना है तो यह अहम है कि इन सभी क्षेत्रों में कार्यवाही की जाए।

वैश्विक चुनौतियां

अंत में, हमने कुछ सबसे गहरे खतरों पर चर्चा की जिन पर हम अपनी समृद्धि और सुरक्षा को लेकर सामना कर रहे हैं।

हम अपनी एकजुटता को सुनिश्चित करते हैं और आतंकवाद के खिलाफ मुकाबला करने का प्रण लेते हैं।

हमने उस प्रगति का स्वागत किया जो आतंकवाद के वित्त-पोषण को रोकती है और किसी भी आतंकवादी संगठन के वित्त-पोषण को रोकने के लिए निर्धारित यूएन प्रतिबंधों के सही प्रवर्तन की आवश्यकता पर चर्चा की है।

चूंकि हमने डाएश के खिलाफ मुकाबला, में प्रगति की है, ऐसे में यह भी अहम है कि हम सीरिया, इराक और लीबिया से फैले विदेशी ल‌ड़ाकाओं के खतरों को नियंत्रण करने के लिए साथ मिलकर और प्रयास करें।

और रूसी मेट्रोजेट आपदा,के 1 वर्ष बाद, हमें विमानन सुरक्षा के मानकों को उन्नत करने के लिए और कार्य करने की जरूरत है। और यूके ने इसी मुद्दे पर एक यूएन सुरक्षा परिषद प्रस्ताव पेश किया है, जिसे हमें उम्मीद है कि इस माह के उत्तरार्ध में स्वीकार कर लिया जाएगा।

यूएन के एजेंडे पर एक प्रवास संकट भी मौजूद रहेगा और आज यहां हमने एक संकेंद्रित वैश्विक अनुक्रिया की आवश्यकता पर चर्चा की।

हम इस बात को लेकर सहमत हैं कि सामूहिक प्रवास के मूल कारणों से निपटा जाए और शरनार्थियों और उन्हें पनाह देने वाले समुदायों के लिए मानवीय सहायता प्रदान किया जाए।

मैं न्यूयॉर्क में अगले वर्ष जी 20 के जर्मन प्रेडिसेंसी के तहत बैठकों में एक नए दृष्टिकोण पर चर्चा को आगे बढ़ाने के लिए उत्सुक हूं।

निष्कर्ष

समापन करते हुए, मेरा मानना है कि यह एक सफल शिखर सम्मेलन है।

इसने दुनिया में निभाई जाने वाली यूके की अहम व अग्रणी भूमिका को प्रदर्शित किया है, चाहे हमारे नागरिकों की समृद्धि में वृद्धि करना हो अथवा हमारी सुरक्षा के खतरों से जुड़े मुद्दे हों।

यह चीन में मेरा पहला दौरा है और मैं चीन सरकार और हैंगजाउ की जनता को शुक्रिया अदा करना चाहूंगी कि उन्होंने हमारा यहां स्वागत किया और इस शहर में एक भव्य शिखर सम्मेलन का आयोजन किया।

मैं चीन के राष्ट्रपति महोदय से बातचीत करने को लेकर उत्सुक हूं। यह इन बातों पर चर्चा करने का एक मौका होगा कि हम कैसे अपने दोनों देशों के संबंधों के स्वर्णिम दौर को आगे बढ़ा सकते हैं और एक प्रबल व आर्थिक और वैश्विक सहयोग का निर्माण कर सकें, जो हम दोनों देशों के हित में हो।

आप सभी का धन्यवाद!!

प्रश्न

उस कमरे में G20 के अधिकतर नेता यह सोचेंगे कि ब्रिटेन के लिए किसी एकल बाजार में बने रहना एक अच्छा विचार है। शायद राष्ट्रपति पुतिन यहां एक अपवाद हैं। क्या आप मानती हैं कि किसी सिंगल मार्केट के लिए आगे बढ़ने और इमिग्रेशन नियंत्रण के बीच एक ट्रेड-ऑफ की स्थिति है - क्या यह आपकी नई भूमिका की एक बड़ी चिंता है कि आप शायद इमिग्रेशन के नियंत्रण के प्रति मतदाताओं के आग्रहों को संतुष्ट करने के क्रम में अपनी अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा दें।

प्रधानमंत्री

हम दरअसल युनाइटेड किंगडम के लिए सबसे अच्छे सौदे के लिए काम करेंगे। हां, 23 जून को प्राप्त हुआ मतदाताओं का संदेश स्पष्ट था कि वे मुक्त आवागमन को पसंद नहीं कर रहे थे, जैसा कि अबतक हो रहा था। वे यूरोपीय यूनियन से युनाइटेड किंगडम की ओर होने वाले आवागमन में कुछ नियंत्रण चाहते थे। पर हम ईयू के साथ वस्तुओं और सेवाओं के व्यापार में सर्वोत्तम संभावित डील भी पाना चाहते हैं और मैं इसके लिए उन्मुख रही और महत्वाकांक्षी हूं और मैं सोचती हूं कि लाभ न केवल वस्तुओं व सेवाओं के व्यापार के लिहाज से युनाइटेड किंगडम के लिए है, बल्कि समूचे यूरोप के लिए भी है।

प्रश्न

जाहिर तौर से, आप लीडरशिप कैम्पेन के समय से ‘ब्रेक्जिट का अर्थ ब्रेक्जिट है’ कहते आ रहे हैं, पर स्पष्ट रूप से दुनिया के कुछ विश्व नेता उनके व्यवसायों, उनके उद्योगों के लिए कुछ अधिक पूर्वानुमान पाना चाहते थे। निश्चित रूप से, जापान से 15 पेज का एक मेमो है। क्या आप उनमें से किसी की विशेष चिंताओं से निपट सकती हैं? केवल एक को ही लें - यानी आयात पक्षों और निर्यातित कारों पर दोहरे टैरिफ्स के बारे में कार उद्योगों की चिंता? क्या आप उन चिंताओं में से किसी एक से निपट सकती हैं, जिनमें ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था पर निश्चित रूप से एक दीर्घकालिक प्रभाव पड़ सकता है?

प्रधानमंत्री

मेरे ‘ब्रेक्जिट का अर्थ ब्रेक्जिट’ कहने का सटीक कारण है कि यह एकदम स्पष्ट है कि हम ब्रिटिश जनता की ख़्वाहिशों को पूरा कर रहे हैं। हम उस मतदान का सम्मान करेंगे जो 23 जून को संपन्न हुआ। पर मुझे चर्चाओं में जो बात अच्छी और काफी उपयोगी लगी, खासकर दुनिया के कई सारे नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ताओं में, वह यह है कि वे युनाइटेड किंगडम और कई अन्य देशों के बीच व्यापार व्यवस्थाओं को खोलने के बारे में चर्चा करने के लिए इच्छुक हैं। मैंने पूर्व में अपने द्वारा दिए बयान में उनमें से कुछ देशों की एक सूची दी है। मैंने खासकर जापानी व्यवसायों के बारे में प्रधानमंत्री एबे के साथ बात की है, और हम दोनों की बिल्कुल साफ राय है कि हम अपने संबंध को बनाए और उसे बनाए रखने के लिए साथ मिलकर काम करते रहेंगे। और यदि आप इसके बारे में सोचना चाहते हैं, तो जान लें कि जनमत संग्रह के बाद यूके में अंतरवाही निवेश के लिहाज से पहला विश्वास मत एक जापानी कंपनी की ओर से था, जो सॉफ्टबैंक से था और यह ARM को खरीद करने का £24 बिलियन का प्रस्ताव था।

प्रश्न

जनमत संग्रह के दौरान, रिमेन साइड (साथ रहने वाले पक्ष) को लेकर काफी चिंता थी कि यदि हम ईयू से बाहर निकलते हैं, तो इस जैसे शिखर सम्मेलनों में हमारा प्रभाव काफी कम हो जाएगा। क्या आपका यह अनुभव रहा है? आपने यह भी कहा है कि आप इमिग्रेशन के लिए एक प्वाइंट-बेस्ड सिस्टम से पूरी तरह से इंकार करती हैं। आप पर इस महत्वाकांक्षा को लेकर नरम रहने का आरोप लगाया जा रहा है कि आपको इमिग्रेशन नियंत्रित करना होगा। क्या यह सही है?

प्रधानमंत्री

नहीं। यदि मैं आपके प्रश्न के दो बिंदुओं को लूं, तो सबसे पहले इस जैसे शिखर सम्मेलन में यूके की भूमिका का प्रश्न रहेगा। कोई बदलाव नहीं रहा है और वास्तव में जो काफी सुखद था, जिसे मैंने इस शिखर सम्मेलन में पाया, वह यह था कि कुछ विषय जिसे मैंने वैश्वीकरण विरोधी मुद्दों के बारे में उठाया था, यह दिखाने की जरूरत कि हमारी एक वैश्विक अर्थव्यवस्था थी जो हर किसी के लिए कारगर थी, जो ऐसे विषय थे जिनके बारे में शिखर सम्मेलन में अन्य नेताओं द्वारा उठाए गए थे। इसलिए यूके यहां है और हमेशा की तरह अपनी पूरी भूमिका निभाई है और आगे भी निभाता रहेगा।

अब मुझे प्वाइंट-बेस्ड सिस्टम के मुद्दे को निपटाने दीजिए। ब्रिटिश लोगों ने 23 जून को जिस विषय पर वोट किया, वह था यूके से यूरोपियन यूनियन में आवाजाही को लेकर थोड़ा-बहुत नियंत्रण होना। एक प्वाइंट-बेस्ड सिस्टम आपको वह नियंत्रण नहीं देता है। यदि मैं शायद एक वाकया के जरिए बता पाती: गृह मंत्री बनने के पहले वर्ष, डेविड कैमरन और मैं हीथ्रो गए और वहां हमने बॉर्डर फोर्स ऑफिसर्स से बात की और हमने उनसे कहा, ‘वह सबसे अहम बात क्या है जिसपर हम ध्यान केंद्रित कर सकते हैं?’ और उन्होंने कहा, ‘आपको यहां आने वाले छात्रों के ऊपर ध्यान देना होगा, जो शर्त पूरा करते नजर आते हैं।’ वे अंग्रेजी नहीं बोलते, उन्हें नहीं पता होता कि उन्हें किस संस्थान में जाना है और यह नहीं जानते कि वे कौन से कोर्स कर हैं। और इस प्रकार सिस्टम की गलत उपयोग होता है। पर क्योंकि उन्होंने शर्तों को पूरा किया होता है उन्हें अपने आप आने की अनुमति मिल जाती है। और यही खामी है प्वाइंट्स-बेस्ड सिस्टम की। मैं एक ऐसा सिस्टम चाहती हूं जहां सरकार यह फैसला लेने में सक्षम हो कि किसे देश में आने देना है। मुझे लगता है कि ब्रिटेन की जनता यही चाहती है। प्वाइंट-बेस्ड सिस्टम का अर्थ होता है कि यदि लोग शर्तों को पूरा करते हैं तो उन्हें अपने आप अंदर आने की इजाजत मिल जाती है।

प्रश्न

दो चीजें। चेतावनियां दी जाती रही हैं- जापान सरकार ने निसान, होंडा, टोयोटा के मुद्दे को सामने रखा, यह संभावना जताई कि यदि हम ब्रेक्जिट को गलत रूप में लेते हैं तो वे अन्य यूरोपीय देश की ओर जा सकते हैं। इस तरह की कई चर्चाएं थीं, पर क्या आप काफी निश्चित रूप से कह सकते हैं कि ब्रेक्जिट के कारण उन कारखानों मं किसी भी व्यक्ति को अपनी नौकरी से हाथ धोना नहीं पड़ेगा।

और दूसरी बात यह, राष्ट्रपति जी पिंग को आपके ऊपर क्यों और कैसे भरोसा करना चाहिए, जबकि आप ब्रिटेन व चीन के बीच के संबधों की दिशा की कोई जानकारी नहीं दे रहे हैं, क्योंकि आप उन्हें यह नहीं बता रहे हैं कि आप हिंकले प्वाइंट पर क्या करने जा रहे हैं, जो हमारे संबंधों के विस्तार के तरीके का निर्धारण करेगा। इस बात के मद्देनजर, उन्हें क्यों आपके साथ वार्ता करने में अपना वक्त जाया करना चाहिए, जबकि सबसे बड़ी अनिश्चितता को कमरे में बैठकर नहीं सुलझाया जाने वाला है?

प्रधानमंत्री

ठीक, सबसे पहले- पहले बिंदु पर, जैसा कि मैंने पहले कहा, मुझे कई सारे नेताओं के साथ बातचीत में जो अच्छा लगा- जैसा कि मैं अभी-अभी बता चुकी हूं- प्रधानमंत्री एबे के साथ मेरी वार्ता, कि यूके से आगामी व्यापार व्यवस्थाओं और युनाइटेड किंगडम में निहित उनके भरोसे के बारे में बात करने के लिए अन्य देशों की इच्छा। और जैसा कि मैंने पिछले प्रश्न के उत्तर में कहा, यदि आप जनमत संग्रह होने के बाद से यूके की ओर होने वाली आवाजाही के लिहाज से सबसे बड़े विश्वासमत पर नजर डालें, तो यह एक जापानी कॉरपोरेशन से आया; यह ARM के अधिग्रहण के जरिए सॉफ्टबैंक से आया। इसलिए दूसरों के साथ जो संबंध हम विकसित कर सकते हैं- उसे लेकर मुझे पूरा भरोसा है - और दूसरों को भी है।

और संबंधों के बारे में बात करते हुए, आपने यूके और चीन के संबंध के बारे में प्रश्न उठाया। और मुझे पूरा भरोसा है कि हिंकले के बारे में एक फैसला इसी महीने के उत्तरार्ध में लिया जाएगा। पर चीन के साथ हमारा संबंध हिंकले से कहीं अधिक बढ़कर है, और यदि आप युनाइटेड किंगडम के कई हिस्सों में चीन से आने वाले निवेशों, और यूके में अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर पर होने वाले निवेशों पर गौर करें तो पाएंगे कि हमने चीन के साथ एक वैश्विक रणनैतिक साझेदारी की है। यह साफ है कि हम चीन के साथ उस वैश्विक साझेदारी को आगे भी जारी रखेंगे। यह चीन और यूके के बीच के संबंधों का एक स्वर्णिम युग है और इस शाम के अगले हिस्से में मेरे पास उन चर्चाओं को आगे बढ़ाने का मौका होगा।

प्रश्न

यदि यूरोपीय इमिग्रेशन को एक प्वाइंट्स-बेस्ड सिस्टम द्वारा नियंत्रित नहीं किया जाता है, तो जनमत संग्रह के 2 महीने बाद क्या आप हमारे दर्शकों को इस बात का अंदाजा देंगी कि आप वास्तव में क्या प्रस्तुत करने वाली हैं? और इस बात के मद्देनजर कि जब आप गृह मंत्री थीं जब इमिग्रेशन स्तर में अपार वृद्धि हुई, तो ऐसे में लोगों को क्यों भरोसा होना चाहिए कि आप इसे दुरुस्त करने वाली नेता बनेंगी?

प्रधानमंत्री

ठीक, इस लिहाज से कि हम कैसे इसे हासिल करेंगे, सबसे पहले प्रथम बिंदु, जैसा कि मैंने कहा, ब्रिटिश जनता एक नियंत्रणकारी तत्त्व देखना चाहती है। ऐसे कई तरीके हैं जिनमें आप वह कर सकते हैं, पर निश्चित रूप से हम इस समय सरकार के भीतर जो काम कर रहे हैं, वहां उस संबंध की ओर देख रहे हैं, जिसे हम यूरोपीय यूनियन के साथ लाना चाहते हैं। इसका कुछ हिस्सा है व्यापार व्यवस्था, कुछ हिसा है ऐसे मुद्दे, जिन्हें हम मुक्त आवागम के संदर्भ में उठाना चाहते हैं। इसलिए हम आने वाले समय में उन्हीं प्रस्तावों के साथ सामने आएंगे।

और इमिग्रेशन की संख्याओं के लिहाज से, मैं आपको यह बता दूं कि एक गृह मंत्री की हैसियत से वाकई हमने इसमें कमी लाना आरंभ कर दिया था। उनमें वृद्धि आगे चलकर हुई थी। हमने क्या किया और जो आपको इमिग्रेशन परिदृश्य में जो हमेशा करना होता है और जो नए गृह मंत्री, ऐम्बर रड जो कर रहे हैं, वह यह कि सभी प्रकार के इमिग्रेशन को देखा जा रहा है, ताकि इस बात को सुनिश्चित किया जा सके कि आप सिस्टम में संभावित दुरुपयोग से निपट रहे हों। इमिग्रेशन से निपटना एक त्वरित कार्यवाही नहीं है जो आप कर रहे हैं, बल्कि इसमें आपको इसपर लगातार नजर रखनी होती है। अब हमारे पर निश्चित रूप से ऐसा करने की क्षमता है, जो कि हमने इससे पहले कभी नहीं किया, और वह यह है कि जब हम ईयू से बाहर निकलते हैं, तो हम ईयू से यूके में आने वाले लोगों की आवाजाही पर थोड़ा नियंत्रण रखेंगे, जो निश्चित रूप से ऐसा तत्त्व है जिसपर हम इससे पहले कभी कोई नियंत्रण करने में सक्षम नहीं थे।

प्रश्न

मुझे लगता है मैल्कॉम टर्नबुल सभ्य पूंजीवाद की जरूरत पर चर्चा कर चुके हैं। मुझे पता है यह आपका पहला शिखर सम्मेलन है, पर मुझे इस बात की हैरानी होती है कि क्या आपने सोचा है कि यह वह क्षण था जब अभिजात्य विश्व अंततः पूंजीवाद व वैश्विकीकरण के तरीके को लेकर चिंतित हुए। और खासतौर से, एक्जेक्यूटिव के अत्यधिक वेतन पर लगाम लगाने को लेकर आपके साथ कोई समझौता हुआ था?

प्रधानमंत्री ठीक, सबसे पहले, मैं पहले कह चुकी हूं कि मुझे यह जानकर खुशी हुई कि मैं यूके के नजरिए से जो कर रही थी, वह टेबल पर मौजूद अन्य नेताओं के भी विचार थे। और यही वह क्षेत्र है जहां वह चीज हो रही थी। वैश्विकीकरण-निरोधी की यह संकल्पना; कुछ लोगों का यह मानना है कि वैश्विकरण ने उन्हें पीछे छोड़ दिया है, यही कारण है कि मुझे लगता है कि हमें न केवल हमारे लिहाज से एक अर्थव्यवस्था का विकास करना होगा, जो यूके में सभी के लिए कारगर हो, बल्कि हमें अंतर्राष्ट्रीय रूप से यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि अर्थव्यवस्था हर किसी के लिए कारगर हो, और उसके भीतर हर किसी को मुक्त व्यापार द्वारा लाए जा सकने वाले लाभों का फायदा मिलना चाहिए।

और हां, जिसेमें कॉरपोरेट गैरजिम्मेदारी कहते हैं, और कैसे हम उससे निपट सकते हैं, उसे लेकर मुझे कई सारे लोगों की रुचि दिखाई पड़ी है, जिनमें मैलकॉम टर्नबुल भी शामिल हैं। जैसा कि मैंने कहा है, हम कॉरपोरेट जिम्मेदारी और गैरजिम्मेदारी के इर्द-गिर्द कई सारे मुद्दों पर इस पतझड़ के मौसम में परामर्श करेंगे और साथ ही अत्यधिक कॉरपोरेट वेतन उन मुद्दों में से एक होगा जिनपर हम चर्चा करेंगे।

प्रश्न

एमपी की आचार संहिता कहती है कि एमपी हो हमेशा सत्यनिष्ठा और अखंडता के साथ व्यवहार करना चाहिए। मुझे पूरा भरोसा है कि आपने कीथ वाज से जुड़े पेपर्स में एक नई कहानी देखी होगी। क्या आप इस बात से चिंतित हैं कि वे उन मानकों से नीचे गिर रहे हैं?

प्रधानमंत्री

मैं अपने राजनैतिक करियर के दौरान हमेशा इस बात को लेकर स्पष्ट रही कि लोगों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे अपने राजनेताओं में भरोसा जगाने में सक्षम हों। और यही कारण है कि मुझे लगता है कि जिन्होंने हमें चुना है उनके प्रति हमारी जिम्मेदारी बनती है। कीथ जो करते हैं, वह कीथ से जुड़ा है और कोई फैसला जो वह लेना चाहते हैं, वह भी उन्हीं के लिए है। पर मुझे लगता है कि लोग वास्तव में अपने राजनेताओं में भरोसा करना चाहते हैं।

प्रश्न

पिछले दिन या 2 दिन पहले, आपकी बातों से मुझे हैरानी हुई कि ब्रिटेन कितनी तेजी से यूरोपीय यूनियन छोड़ेगा और दुनिया के साथ एक बिल्कुल नया ट्रेडिंग संबंध बनाएगा, इस बात को लेकर आप अगली राय कायम करने में कामयाब रही हैं। निश्चित रूप से, जब आप आर्टिकल 50 की बात करते हैं जो आप कहते हैं कि आप अगले वर्ष की शुरुआत में करेंगे, तो एक 2 वर्ष की काफी कम समय-सीमा है। क्या आप हर कुछ करने में सक्षम होंगे - ईयू को छोड़ने के लिए डील पाने में, 2 वर्षों की समय-सीमा के भीतर हर किसी के लिए ये सभी मुक्त व्यापार डील्स हासिल करने में? या आपको लगता है कि हम 5 वर्षों के या उससे अधिक समय वाले संक्रमणकालीन व्यवस्था की ओर देख रहे हैं?

प्रधानमंत्री

ठीक, हमने आर्टिकल 50 के ट्रिगरिंग की जो बात कही है, मैं उसे वर्षांत से पहले आगे नहीं बढ़ाऊंगी। मैंने एक तिथि का निर्धारण नहीं किया है कि इसे कब आरंभ किया जाए, पर मुझे इस बात का ध्यान है कि ब्रिटिश जनता अपने फैसले को व्यवहार में लाना चाहती है। और मुझे लगता है यह सही है कि हम इसे वर्षांत से पहले आरंभ नहीं करेंगे, ताकि हम कुछ तैयारियां कर सकें और कुछ व्यवस्थाओं और संबंध पर विचार कर सकें जो हम यूरोपीय यूनियन के साथ बनाना चाहते हैं।

और हां, आप सही हैं, औपचारिक रूप से एक बार जब यह लागू हो जाएगा, तब 2 वर्षों की समय-सीमा होगी जो ईयू ने अपने नियमों में तय की ही है। मैं आज वार्ता की मेज पर हुई इन चर्चाओं को लेकर आशांवित हूं- वास्तव में एक सच्ची इच्छा दिखाई पड़ी है, हमारे साथ काम करने की, इन अन्य व्यापार व्यवस्थाओं के विकास के लिए; इन गर्मियों में कई सारे यूरोपीय सहकर्मियों के साथ मेरी जो चर्चाएं हुई थी, उनमें मैंने इस बात को लेकर इच्छा देखी थी कि हम हम जिस प्रक्रिया से आगे बढ़ रहे हैं वह अधिक से अधिक सुगम हो, जो यूके के लिए सर्वोत्तम डील के साथ समाप्त हो। मुझे लगता है कि वह डील वास्तव में यूरोप के लिए भी सही होगी। और हम इस दिशा में कड़ी मेहनत कर रहे हैं।

और जैसा कि आप जानते हैं, मैंने एक संपूर्ण सरकारी विभाग की स्थापना कर इसमें मदद की है,जिसका नाम है डिपार्टमेंट फॉर एक्जिटिंग फ्रॉम द यूरोपियन यूनियन, जो प्रक्रिया के उसी हिस्से पर केंद्रित है, और दूसरा है, डिपार्टमेंट ऑफ इंटरनेशनल ट्रेड, जो दूसरा नया विभाग है, जो सिक्के के दूसरे पहलू को देखेगा, यानी व्यापार व्यवस्थाएं, जिनपर यहां कई सारे देशों ने चर्चा की, जिन्हें हम उनके साथ लागू कर सकते हैं। और जैसा कि मैंने कहा, मुझे यह कहने में हर्ष हो रहा है कि कई सारे देशों ने मुझे कहा है कि वे ऐसी व्यापार व्यवस्थाओं के बारे में यूके के साथ बात करने के लिए बेहद इच्छुक हैं।

प्रकाशित 5 September 2016